कैसे करें आईवीएफ अस्पताल का चयन ?

कैसे करें आईवीएफ अस्पताल का चयन

ज्यादातर कपल्स शादी के कुछ समय बाद फैमिली प्लानिंग करते हैं और परिवार पूरा करने की कोशिश करते हैं । कुछ समय तक गर्भधारण नहीं होने पर वे इसे सामान्य समझते हैं कुछ दम्पती इस समस्या को नजरअंदाज भी करते हैं। लम्बे समय तक प्रयासों में असफलता मिलने और वे परेशान हो जाते हैं और अपनी समस्या किसी से साझा भी नहीं कर पाते हैं। कई मामलों में ये भी देखा गया है कि दम्पती बाबाओं, धागा, टोटा-टोटका के चक्कर में लम्बा समय और धन दोनों गंवा देते हैं। पिछले कुछ वर्षों में निःसंतानता और इसके उपचार को लेकर लोगों में जागरूकता काफी बढ़ी है। कपल्स प्राकृतिक गर्भधारण नहीं होने की स्थिति में आईवीएफ उपचार अपनाने लगे हैं लेकिन आईवीएफ उपचार से पहले दम्पतियों को एक समस्या का सामना करना पड़ता है कि किस आईवीएफ सेंटर में आईवीएफ करवाया जाए ताकि सफलता मिल सके। दम्पती के लिए आईवीएफ हॉस्पिटल का चयन करना मुश्किल निर्णय होता है क्योंकि मार्केट में बहुत सारे सेंटर्स उपलब्ध हैं।
पिछले कुछ वर्षों में निःसंतानता बढ़ने के कारण आईवीएफ केन्द्रों की मांग भी काफी बढ़ी है, मार्केट में मांग को देखते हुए बहुत सारे आईवीएफ सेंटर्स खुल गये हैं। निःसंतान दम्पती के मन में आईवीएफ केन्द्र के चयन से पहले दो बातें दिमाग में होती हैं एक तो उन्हें सफलता चाहिए दूसरा आईवीएफ का खर्चा कितना होगा। किसी भी दम्पती के लिए आईवीएफ प्रक्रिया से गुजरना आसान नहीं होता है, क्योंकि उन्हें इससे बहुत सारी उम्मीदें होती हैं और इसमें असफलता मिलने पर वे परेशान हो जाते हैं।
आईवीएफ केन्द्र चयन में रखें ये सावधानी- निःसंतान दम्पती जब आईवीएफ केन्द्र के बारे में जानकारी जुटाते हैं तो उनके सामने बहुत सारे विकल्प होते हैं। कई अस्पताल लुभावने ऑफर भी देते हैं इस स्थिति में मरीज के भ्रमित होने की संभावना अधिक होती है। कई मामलों में सस्ता आईवीएफ करवाने पर भी सफलता नहीं मिलती है। मरीज को महंगा या सस्ता आईवीएफ देखने की तुलना में अधिक सफल आईवीएफ केन्द्र के बारे में जानकारी लेनी चाहिए। दम्पती को आईवीएफ प्रक्रिया करवाने के लिए अस्पताल का चुनाव करते समय निम्न बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
वैसे तो आईवीएफ प्रक्रिया सरल और सफल है लेकिन इसकी सफलता अत्याधुनिक मशीनों पर भी निर्भर करती है। आईवीएफ की सफलता बढ़ाने वाले कुछ महत्वपूर्ण कारक इस प्रकार हैं पहली मिटिंग में कपल का उचित परामर्श, पति-पत्नी दोनों के आवश्यक टेस्ट ट्रीटमेंट प्रक्रिया का निर्धारण, इनहाऊस डॉक्टर्स की टीम और उनका अनुभव एम्ब्रियॉलोजिस्ट की स्कील और सबसे महत्वपूर्ण तथ्य है भ्रूण बनाने के लिए काम में आने वाली लैब का अत्याधुनिक होना ।
आईवीएफ अस्पताल के चयन के लिए आवश्यक बातें
वैसे तो आईवीएफ में आईसीएसआई, लेजर असिस्टेड हैचिंग, ब्लास्टोसिस्ट कल्चर जैसी कई नयी नयी तकनीकें आ गयी हैं जिससे इसकी सफलता में काफी इजाफा हो गया है लेकिन - कई अस्पतालों में पुरानी तकनीकों से ही उपचार किया जा रहा है इस कारण सफलता वहां का प्रतिशत कम रहता है।
आईवीएफ की सफलता वृद्धि में इक्सी लेजर असिस्टेड हैचिंग ब्लास्टोसिस्ट कल्चर, पीजीटी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अत्याधुनिक तकनीकियां डॉक्टर और भ्रूण एम्ब्रियोलॉजिस्ट को अच्छे भ्रूण के निर्माण और विकास में मदद कर रही हैं। आईवीएफ की सफलता में लैब की भूमिका भी बड़ी होती है क्योंकि अण्डे का निषेचन और भ्रूण का विकास लैब में ही होता है। दम्पती को आईवीएफ अस्पताल का चुनाव करते समय नवीनतम सुविधाओं से युक्त लैब पर भी ध्यान देना चाहिए ।
अगर आप निःसंतान हैं और आईवीएफ अस्पताल की खोज में हैं तो उपर दी गयी बातों को ध्यान में रखेंगे तो आपको सफलता मिलने की संभावना अधिक होगी। आपकी निःसंतानता संबंधी समस्या को दबाकर नहीं रखें विशेषज्ञ चिकित्सके से बात करें, समाधान संभव है।
For more information contact us @ info@sparshwomenhospital.com, +91-8698634445

Post Your Comment

LOADING.....